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Pujari Granthi Samman Yojana 2025 :- दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल जी के द्वारा पुजारी ग्रंथि सम्मान योजना की घोषणा की गई है। इस योजना के तहत दिल्ली के सभी पुजारी और ग्रंथि को हर महीने सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। ताकि सभी पुजारी एवं ग्रंथि अपना एवं अपने परिवार का पालन पोषण अच्छे से कर सके और उन्हें इस राशि की प्राप्ति कर दुसरो पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं है। इस योजना का लाभ दिल्ली के पुजारी और ग्रंथियों को लाभ दिया जायेगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको Pujari Granthi Samman Yojana से सम्बंधित जानकारी उपलब्ध कराएंगे इसलिए आप अधिक जानकारी के लिए आर्टिकल पर अंत तक बने रहे।
Table of Contents
Pujari Granthi Samman Yojana 2025
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल जी के द्वारा 30 दिसंबर सोमवार के दिन दिल्ली के पुजारी और ग्रंथियां के लिए Pujari Granthi Samman Yojana को शुरु करने का फैसला लिया गया है। इस योजना के तहत दिल्ली की मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने सम्मान राशि के तौर पर 18 हजार रुपये प्रदान किये जायेंगे। दिल्ली सरकार के द्वारा यह राशि सीधा लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांरित की जाएगी। सरकार द्वारा यह राशि किसी वेतन या सैलरी के तौर पर नहीं बल्कि उनके सम्मान के तौर पर उन्हें दी जाएगी।
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Pujari Granthi Samman Yojana |
शुरू की गई | दिल्ली सरकार द्वारा |
लाभार्थी | मंदिरों के पुजारी और गुरुद्वारों के ग्रंथियां के लिए |
उद्देश्य | हर महीने भत्ता प्रदान करना |
लाभ | हर महीने 18000 रुपए |
वर्ष | 2025 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | — |
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का उद्देश्य
पुजारी ग्रंथि सम्मान योजना को शुरु करने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के मंदिरों में और गुरुद्वारों में पूजा करने वाले पुजारी और ग्रंथियां को प्रतिमाह 18000 रूपए की राशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधा लाभार्थीयो के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से हस्तांरित की जाएगी। पुजारी एक ऐसा वर्ग है जिसने पीढ़ी दर पीढ़ी कर्मकांड को आगे बढ़ाया है, उन्होंने कभी अपने परिवार पर ध्यान नहीं दिया और हमने भी उन पर ध्यान नहीं दिया।
Pujari Granthi Samman Yojana 2025 के लाभ तथा विशेषताएं
- दिल्ली मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों की ग्रंथियों के यह योजना शुरु की जाएगी।
- इस योजना के तहत दिल्ली के मंदिरों में और गुरुद्वारों में पुजारी और ग्रंथियां को हर महीने 18000 रुपए के समान लस्सी प्रदान करेगी।
- यह राशि सीधा लाभार्थियों के बैंक खाते में हस्तांरित की जाएगी।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पुजारी और ग्रंथियां को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना के लिए पात्रता
- आवेदक को दिल्ली का निवासी होना चाहिए।
- गुरुद्वारों के ग्रंथियों और दिल्ली मंदिरों के पुजारी इस योजना के लिए योग्य माने जायेंगे।
- आवेदक के पास अपना बैंक खाता होना चाहिए।
- रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए लाभार्थी के पास सभी दस्तावेज़ मौजूद होने चाहिए।
आवेदन करने हेतु आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- वोटर आईडी कार्ड
- बैंक खाते का विवरण
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
Pujari Granthi Samman Yojana 2025 Registration कैसे करें?
दिल्ली सरकार के द्वारा 30 दिसंबर 2024 को दिल्ली के पुजारियों एवं ग्रंथियों के लिए पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना की घोषणा की गई है। अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेस में बात करते हुए बताया कि वह कल हनुमान मंदिर जाकर पुजारियों का रजिस्ट्रेशन करेंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी, नेता और कार्यकर्ता दिल्ली के हर मंदिर और गुरूद्वारे में जाकर पुजारियों और ग्रंथियों के रजिस्ट्रेशन कराएंगे।
इसलिए जब आपके पास अधिकारी आय तो आपसे पूछी गई जानकारी और मांगे गए आवश्यक दस्तावेज को देना होगा। इसके पश्चात आपके दस्तावेज एवं फॉर्म की जांच की जाएगी उसी के बाद आपको प्रतिमाह 18000 रूपए की राशि मुहैया कराई जाएगी।
FAQs
पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना को किसके द्वारा शुरू किया गया है?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 30 दिसंबर सोमवार के दिन पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना की घोषणा की है।
पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना का लाभ किसे मिलेगा?
पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना का लाभ दिल्ली के मंदिरों में और गुरुद्वारों में पूजा करने वाले पुजारी और ग्रंथियां को मिलेगा।
Pujari Granthi Samman Yojana के तहत पुजारी और ग्रंथियां कितने रुपए की राशि प्रदान की जाएगी?
Pujari Granthi Samman Yojana के तहत पुजारी और ग्रंथियां हर महीने 18000 रुपए की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि किसी वेतन या सैलरी के तौर पर नहीं बल्कि उनके सम्मान के तौर पर उन्हें दी जाएगी।